जोड़ और घटाव के नियम (addition and subtraction rules) को किसी एक विशेष व्यक्ति ने नहीं दिया, बल्कि ये गणित के मूल सिद्धांत हैं जो गणित के विकास के साथ-साथ विकसित हुए हैं।
जोड़ और घटाव के बुनियादी नियम:
जोड़ (Addition):
जब दो संख्याओं को जोड़ा जाता है, तो इसका परिणाम एक नई संख्या होती है जो दोनों संख्याओं की कुल मात्रा का प्रतिनिधित्व करती है। उदाहरण के लिए, 5 + 3 = 8.
घटाव (Subtraction):
जब एक संख्या से दूसरी संख्या को घटाया जाता है, तो इसका परिणाम एक नई संख्या होती है जो पहले की संख्या से दूसरी संख्या की मात्रा घटाने के बाद बची हुई मात्रा को दर्शाती है। उदाहरण के लिए, 8 - 3 = 5.
धनात्मक और ऋणात्मक संख्याएँ (Positive and negative numbers):
धनात्मक संख्याओं को जोड़ना धनात्मक परिणाम देता है।
ऋणात्मक संख्याओं को जोड़ना ऋणात्मक परिणाम देता है।
धनात्मक और ऋणात्मक संख्याओं को जोड़ना या घटाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है जिसके लिए संख्याओं की मात्रा और उनके चिन्हों को ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, 5 + (-3) = 2 और 5 - (-3) = 8.
जोड़ और घटाव का क्रम (Order of operations):
गणित में, जोड़ और घटाव को अन्य संक्रियाओं (जैसे गुणा, भाग) के बाद किया जाता है। उदाहरण के लिए, 2 + 3 x 4 को 2 + 12 = 14 के रूप में हल किया जाएगा, न कि 5 x 4 = 20.
जोड़ और घटाव के नियमों का विकास गणित के इतिहास में हुआ है, और वे अब गणित का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो संख्याओं के साथ काम करने के लिए आवश्यक हैं. #by house of mathematics Saharsa #bihar#2025