आप सभी परिवारजनों को यह विदित ही है कि आज भाद्रपदशुक्लपूर्णिमा में चन्द्रग्रहण लग रहा है। इस अवसर पर हमारी सनातन परम्परा के अनुसार दान-पुण्य-जप-अनुष्ठान इत्यादि सत्कर्मों के करने की अखण्ड परम्परा रही है। अनादि काल से चली आ रही इन्हीं परम्पराओं के अनुरूप हम सभी मिलकर इस अवसर पर दैत्यों के हृदयों को विदीर्ण करने वाली भगवती पराम्बा चण्डी के पावन चरित्रों से परिपूर्ण "श्रीदुर्गासप्तशती" का अखण्डपारायण करेंगे।
भाद्रपद-शुक्ल-पूर्णिमा, 2082
(7 सितंबर, 2025)
समय - रात्रि 10.30 (IST) बजे
स्थानम् - फेसबुक लाइव
ग्रहण के अवसर पर किया गया श्रवण (भगवती के चरित्रों के बखान को सुनना), मनन (भगवती के चरित्रों का हृदय में चिन्तन), निदिध्यासन (भगवती के प्रति समर्पण सहित अनुष्ठान कर्म) तथा अन्य सभी प्रकार के पुण्य कर्मों का "अनन्त गुणा" फल प्राप्त होता है। अपने, अपने परिवार बाल गोपाल, व्यापार तथा सम्पूर्ण प्राणिमात्र के कल्याण हेतु आप इस अनुष्ठान में सहभागिता अवश्य करें ऐसा सभी परिवारजनों से निवेदन है।