असली होली तो राम नाम की होली खेलना है अर्थात परमात्मा के नाम का हर स्वांस में जाप करना है।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि:
स्वांस उसवांस में नाम जपो, व्यर्था स्वांस मत खोये।
न जाने इस स्वांस का, आवन होक ना हो।।
उपरोक्त वाणी का अर्थ है कि हमें हर स्वांस में परमात्मा का नाम लेना चाहिए क्योंकि हमें नहीं पता कि अगले ही पल हमारे साथ क्या हो जाना है।