Kalam ka Sipahi
मुंशी प्रेमचंद – जिन्होंने कलम से समाज की पीड़ा संघर्ष और असमानता को स्वर दिया।
उनकी कहानियाँ आज भी ज़िंदा हैं – होरी हमीद शतरंज के खिलाड़ी और न जाने कितने किरदार
जो हमारी आत्मा में बसते हैं।
इस आयोजन में शामिल हैं:
कहानी पाठ: प्रतिभागियों द्वारा प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानियों का पाठ या
अभिनयात्मक प्रस्तुति।
थिएटर नाट्य मंचन: प्रेमचंद की कहानियों पर आधारित लघु नाटकों
का मंचन।
खुला मंच: उनके विचारों पर आधारित अपनी रचना अनुभव
या चर्चा साझा करने का अवसर।
✨ आप भी इस शाम का हिस्सा बनिए –
एक दर्शक एक कलाकार या एक प्रेमचंद प्रेमी के रूप में।
उनकी कहानियाँ आज भी ज़िंदा हैं – होरी हमीद शतरंज के खिलाड़ी और न जाने कितने किरदार
जो हमारी आत्मा में बसते हैं।
इस आयोजन में शामिल हैं:
कहानी पाठ: प्रतिभागियों द्वारा प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानियों का पाठ या
अभिनयात्मक प्रस्तुति।
थिएटर नाट्य मंचन: प्रेमचंद की कहानियों पर आधारित लघु नाटकों
का मंचन।
खुला मंच: उनके विचारों पर आधारित अपनी रचना अनुभव
या चर्चा साझा करने का अवसर।
✨ आप भी इस शाम का हिस्सा बनिए –
एक दर्शक एक कलाकार या एक प्रेमचंद प्रेमी के रूप में।